दो पक्षों में आपसी विश्वास की स्थापना है रक्षासूत्र – स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य

दो पक्षों में आपसी विश्वास की स्थापना है रक्षासूत्र – स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य
brhmakumaris,
श्री सिद्धदाता आश्रम में श्रीमद् जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी श्री पुरुषोत्तमाचार्य जी महाराज को रक्षा सूत्र बांधती बीके मधु।

श्री सिद्धदाता आश्रम पहुंची ब्रह्माकुमारी बहनों ने जगद्गुरु स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य जी महाराज को बांधा रक्षा सूत्र
todaybhaskar.com
faridabad। ब्रह्माकुमारी केंद्र सेक्टर 46 की बहनें आज सूरजकुंड रोड स्थित श्री सिद्धदाता आश्रम एवं श्री लक्ष्मीनारायण दिव्यधाम पहुंची। जहां उन्होंने आश्रम के अधिपति श्रीमद् जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी श्री पुरुषोत्तमाचार्य जी महाराज का रक्षा सूत्र बांधा।
इस अवसर पर स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य जी महाराज ने कहा कि रक्षा सूत्र का अर्थ दो पक्षों में आपसी विश्वास का होना है। इस सूत्र का अर्थ है कि हम सद्भाव में कार्य कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि रक्षा सूत्र के हमारे गं्रथों में अनेक उदाहरण मिलते हैं। उन्होंने कहा कि विश्व में शांति के लिए ब्रह्माकुमारीज संस्था के कार्य प्रशंसनीय हैं। इनमें हमसे भी जो सहयोग हो सकेगा, उसे करेंगे। इस अवसर पर बीके मधु ने कहा कि उन्हें श्री सिद्धदाता आश्रम में आना और यहां के बारे में जानना बहुत ही अच्छा लगा और वह यहां आगे भी आते रहना चाहेंगे। उन्होंने बताया कि रक्षा सूत्र सभी को आनंद के धागे में बांधने के लिए बांध रहे हैं। हम सभी को बंंधुत्व में बांध रहे हैं। यही एक आत्मा का दूसरी आत्मा के साथ संबंध है, बंधुत्व का। उनके साथ बीके लक्ष्मी और बीके मदन जी भी मौजूद थे। जिन्हें महाराजश्री ने शॉल एवं प्रसाद प्रदान किया।

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