जच्चा बच्चा की मौत मामले में परिजनों ने डीसी को सौंपा ज्ञापन

जच्चा बच्चा की मौत मामले में परिजनों ने डीसी को सौंपा ज्ञापन
asian hospital

परिजनों ने डीसी फरीदाबाद को सौंपा जांच की मांग संबंधी ज्ञापन
Todaybhaskar.com
फरीदाबाद। सेक्टर 21 स्थित एशियन हॉस्पिटल में जच्चा बच्चा की मौत मामले में पीडि़त परिवार ने डीसी फरीदाबाद को ज्ञापन सौंपकर जांच की मांग की जिसके बाद सीएमओ ने भी चार डाक्टर का पैनल गठित कर जांच शुरू कर दी है।
फरीदाबाद के एशियन अस्पताल में इलाज के दौरान जच्चा बच्चा की मौत मामले में परिजनों ने आज डीसी को ज्ञापन सौंपकर जांच की मांग की। परिजनों ने कहा कि गर्भवती महिला को बुखार होने की शिकायत पर अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, लेकिन डाक्टर उसे व उसके गर्भ में पल रहे बच्चे को नहीं बचा सके। मामला तब गंभीर रूप ले गया जब मृतका को ले जाने से पहले अस्पताल प्रबंधन ने 22 दिन के इलाज का बिल 18 लाख रुपये चुकाकर ही शव ले जाने की शर्त रख दी थी जिसके बाद परिजनों और अस्पताल कर्मियों के बीच कहासुनी और मारपीट की बात भी सामने आई थी। हालांकि इसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने आठ लाख रुपये माफ करने की बात आज समाज को कही थी।
गांव नचौली निवासी सीताराम ने बताया कि उन्होंने अपनी गर्भवती बेटी श्वेता को 13 दिसंबर को बुखार होने पर एशियन अस्पताल में भर्ती कराया था। यहां गर्भवती के पेट में ही बच्चे की मौत होने पर ऑपरेशन के लिए पैसे मांगे गए। आरोप है कि इसी बीच ऑपरेशन में देरी के कारण गर्भवती के पेट में इंफेक्शन हो गया। जिससे उसकी मौत होने की बात कही जा रही है।
आज परिजनों ने डीसी के नाम ज्ञापन सौंपकर इस मामले में निष्पक्ष जांच की मांग उठाई। इस मामले में सीएमओ डा गुलशन अरोड़ा ने चार डाक्टर का पैनल गठित कर दिया गया है। जिसमें डॉ रमेश, डॉ संगीता, डॉ गीता पालिया, आईएमए प्रधान डॉ सुरेश अरोड़ा भी शामिल किए गए हैं।
वहीं डीसी की ओर से भी मामले में सख्त जांच की बात कही है। इस मामले में एशियन अस्पताल प्रशासन ने भी पक्ष रखा है। अस्पताल के चेयरमैन क्वालिटी एंड सेफ्टी डॉक्टर रमेश चांदना का कहना है कि श्वेता को टाइफायड की स्थिति में अस्पताल लाया गया था। उसकी आंत में भी छेद था। हमने ऑपरेशन किया, लेकिन उसे बचा नहीं सके।

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