हर्षोल्लास के साथ मनाई बैसाखी

हर्षोल्लास के साथ मनाई बैसाखी
jiva public school,
बैसाखी के अवसर पर छात्र नृत्य कार्यक्रम प्रस्तुत करते हुए

todaybhaskar.com
faridabad। 21बी स्थित जीवा पब्लिक स्कूल में भारत का महत्वपूर्ण त्योहार बैसाखी विद्यालय के प्रांगण में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इसी दिन स्कूल में डा0 भीमराव अम्बेडकर की जयंती को भी समान रूप से मनाया गया।
आज के इस कार्यक्रम में यह दर्शाया गया कि भारत विभिन्नताओं का देश है। यहाँ विभिन्नताओं में भी एकता पाई जाती है। भारत में प्रत्येक ऋतु का अपना एक महत्व होता है क्योंकि यहाँ अलग-अलग ऋतुओं में अलग-अलग फसलें उगती हैं। भारत एक कृषि प्रधान देश है जहाँ फसलों के पककर तैयार होने पर भी त्योहार मनाने की प्रथा है।
बैसाखी का त्योहार भी रवि की फसल पककर तैयार होने की खुशी में ही मनाया जाता है। हिन्दू रीति के अनुसार इसी दिन से हिंदुओं का नववर्ष भी आरंभ होता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए विद्यालय में प्रात:कालीन सभा के दौरान छात्रों द्वारा एक रंगारंग कार्यक्रम को प्रस्तुत किया गया।
बैसाखी के अवसर पर स्कूल प्रांगण में छात्रों ने जो कार्यक्रम प्रस्तुत किया उसका मुख्य उदï्ïदेश्य यह दर्शाना था कि भारत देश में प्रत्येक त्योहार पूरी परम्परा एवं जोश के साथ मनाया जाता है। सर्वप्रथम छात्रों ने एक सुविचार प्रस्तुत किया। उसके उपरांत छात्रों ने बैसाखी के उपलक्ष्य में बैसाखी की विशेषता को प्रकट करने के लिए एक नृत्य नाटिका प्रस्तुत की। नृत्य में छात्रों ने भारतीय किसानों की प्रसन्नता को दर्शाया कि भारतीय किसान किस प्रकार से फसलों के पकने पर प्रसन्न होते हैं एवं प्रसन्नता दर्शाते हुए बैसाखी का त्योहार मनाते हैं। छात्रों ने वाद्य यंत्रों के द्वारा भी अपनी प्रतिभा का परिचय दिया एवं एक सुंदर प्रस्तुति दी और छात्राओं ने राम भजन भी प्रस्तुत किया। छात्रों ने हमारे देश के संविधान एवं संविधान के रचयिता डॉ0 भीमराव अंबेडकर के विषय में विस्तार पूर्वक बताया।
इस अवसर पर विद्यालय के अध्यक्ष श्री ऋषिपाल चौहान ने सभी छात्रों एवं अध्यापिकाओं को बैसाखी की शुभकामनाएँ दी। उन्होंने कहा कि जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए निरंतर कार्यरत रहना आवश्यक है परन्तु फिर भी कई सफलता प्राप्त नहीं हो पाती है। इसका कारण होता है कि प्रयास में कहीं कुछ अवश्य कमी रहती है। हमें सफलता प्राप्त करने के लिए अपने कार्य के प्रति समर्पित भावना रखनी चाहिए। सच्चाई के मार्ग को अपनाना चाहिए तभी हमें ईश्वर का आशीर्वाद प्राप्त होता है और प्रत्येक काम में सफलता प्राप्त होती है।

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