पर्यावरण सुधार के नाम पर लीपा-पोती, देखरेख के अभाव में सूख गए पौधे

पर्यावरण सुधार के नाम पर लीपा-पोती, देखरेख के अभाव में सूख गए...
पर्यावरण
नीलम-बाटा रोड सूखे हुए पौधे।

Yashvi Goyal
फरीदाबाद। औद्योगिक नगरी में पर्यावरण में सुधार  लाने के नाम पर लीपा-पोती की जा रही है। नीलम बाटा रोड की खूबसूरती एवं पर्यावरण में सुधार लाने के लिए पिछले दिनों बडख़ल क्षेत्र की विधायक सीमा त्रिखा ने पौध रोपण कर संदेश दिया था कि इस रोड को पूरी तरह हरा-भरा बनाया जाएगा। जिसके बाद ग्रीन बेल्ट में करीब 100 से ज्यादा पौधे लगाए गए थे लेकिन आज सही मात्रा में खाद एवं पानी न मिलने के कारण सारे पौधे सूख गए हैं।
गौरतलब है कि पेरीफेरी प्रोजेक्ट को पूरा करने के दौरान नीलम-बाटा रोड से कई पेड़ काटे गए थे। जिनके बदले में पौधे लगाना जरूरी होता है। रोड बनने के बाद विधायक सीमा त्रिखा ने पौध रोपण किया था लेकिन नगर निगम की लापरवाही के कारण सारे पौधे सूख गए हैं। जिसका खामियाजा स्थानीय लोगों को बढ़ते प्रदूषण के दौरान उठाना पड़ेगा। हालांकि पर्यावरण प्रेमियों ने बताया कि यह पौधे जल्दबाजी में लगाए गए हैं क्योंकि पौधों के चारों ओर रोडी-पत्थर का मलबा पड़ा हुआ है और रोडी पत्थर पर पौधे बड़ेे नहीं होते हैं। केवल लोगों को पर्यावरण के नाम पर बहलाया जा रहा है।

पर्यावरण
नीलम-बाटा रोड सूखे हुए पौधे।

#क्या कहते हैं लोग
अनशनकारी बाबा रामकेवल का कहना है कि भाजपा सरकार पर्यावरण के प्रति काफी उदासीन है। इस सरकार का पर्यावरण व बढ़ते प्रदूषण से कोई लेना-देना नहीं है। केवल पौध रोपण के नाम पर फोटो खिंचवा कर वाह-वाही लूटते हैं। पौधरोपण के नाम पर एक दिन बहुत बढ़ा घोटाला सामने आएगा। प्राइवेट नर्सरियों से 100 से 150 रुपये की कीमत का एक पौधा खरीद कर लगा तो दिया जाता है लेकिन नगर निगम की ओर से उन पौधों को सही समय पर पानी एवं खाद नहीं दिया जाता। जिससे यह पौधे सूख जाते हैं।

अनशनकारी बाबा रामकेवल।

पर्यावरण प्रेमी विष्णु गोयल का कहना है कि इस नीलम-बाटा रोड पर स्ट्रीट लाइट का टेंडर पास हो रखा है और स्ट्रीट लाइट की बिजली लाइन अंडर ग्राउंड पड़ती है। जिससे जल्द ही इन पौधों को उखाड़ दिया जाएगा। यह पौधे सिर्फ जल्दबाजी में लगाए गए हैं। क्योंकि पैरीफेरी प्रोजेक्ट के दौरान कई हरे-भरे पेड़ काटे गए थे। जिससे उन पेड़ों को काटने के एवज में यह पौधे लगाए जाने जरूरी थे। यह सिर्फ सरकारी खजाने की बर्बादी है। भाजपा सरकार को पर्यावरण में सुधार लाने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।

पर्यावरण प्रेमी विष्णु गोयल।

विधायक पति अश्विनि त्रिखा का कहना है कि उनका काम तो पौधे उगाकर लोगों को जागरूक करना होता है। वह तो एक प्रोजेक्ट पूरा करके आगे बढ़ जाते हैं। इसमें अधिकारियों की लापरवाही है। वह खुद उन्हें इस बारे में बताएंगे और जल्द ही आज ही इन पौधों में पानी लगना शुरू हो जाएगा। विधायक सीमा त्रिखा द्वारा जो पौधे उगाए गए हैं उनकी देखभाल जरूरी होगी।

विधायक पति अश्विनि त्रिखा।

नीलम-बाटा रोड पर लगाए गए पौधे बिल्कुल सही रूप में हैं। इन पौधों में सप्ताह में दो से तीन बार पानी दिया जाता है। कई बार छोटे पौधों के पत्ते झड़ जाते हैं लेकिन जल्द ही इनमें नए पत्ते उगने लगेंगे और यह बड़े भी होंगे।
-सुरेंद्र पूनिया, कार्यकारी अभियंता (बागवानी) नगर निगम

LEAVE A REPLY