पर्यावरण मंत्री जी, कथित झूठी संस्थाओं पर कार्रवाई क्यों नहीं करते?

पर्यावरण मंत्री जी, कथित झूठी संस्थाओं पर कार्रवाई क्यों नहीं करते?
environment minister vipul goel

शहर फरीदाबाद फिर दुनिया भर में हुआ शर्मसार, दुनिया के दूसरे प्रदूषित शहर का मिला तमगा, पिछले दिनों ऐसी संस्थाओं के आंकड़ों को झूठा बता चुके हैं पर्यावरण मंत्री
Yashvi Goyal
फरीदाबाद। प्रदूषण के मामले में शहर रोज नए कीर्तिमान लिख रहा है लेकिन पर्यावरण मंत्री विपुल गोयल की ओर से प्रदूषण में सुधारने के लिए कोई ठोस कदम दिखाई नहीं दे रहे हैं।
प्रदूषण ने एक तरफ जहां शहर की फिजा को बिगाड़ दिया है, वहीं लोगों की सेहत को भी बुरी तरह प्रभावित किया है। अगर ऐसी ही स्थिति रही तो आने वाले दिनों में समस्या और बढ़ सकती है। हाल ही में पॉलिटिकल लीडर्स पोजिशन एंड एक्शन एंड एयर क्वालिटी इन इंडिया 2014-19 ने जो ताजा जानकारी दी है, उस रिपोर्ट क्लाइमेट ट्रेंड्स के अनुसार दुनिया भर के 15 प्रदूषित शहरों की सूची में 14 शहर अकेले भारत के हैं। इसमें भी फरीदाबाद दूसरा सबसे  प्रदूषित शहर माना गया है।
बताते चलें कि वर्ष 2018 में डब्लयू एच ओ की ओर से प्रदूषण को लेकर आंकड़े जारी किए गए थे, जिसमें विश्व में फरीदाबाद शहर को सबसे प्रदूषित शहरों में दूसरे स्थान पर रखा गया था। वहीं 2019 में ग्रीन पीस संस्था की ओर से जारी किए गए आंकड़ों में विश्व में फरीदाबाद को चौथा सबसे प्रदूषित शहर बताया गया था। जब ग्रीनपीस संस्था की ओर से आंकड़े जारी किए गए थे तो, हरियाणा सरकार के पर्यावरण मंत्री विपुल गोयल ने एक चैनल को दिए इंटरव्यू में संस्थाओं के आंकड़ों को झूठा करार दे दिया था। वहीं हाल ही में पॉलिटिकल लीडर्स पोजिशन एंड एक्शन एंड एयर क्वालिटी इन इंडिया ने भी जारी आंकड़ों में फरीदाबाद को दुनिया का दूसरा प्रदूषित शहर बताया है।
कई कीर्तिमान बनाने में मशगूल रहने वाले और फरीदाबाद के निवासी पर्यावरण मंत्री विपुल गोयल जी से हमारा प्रश्र है कि वैश्विक स्तर पर काम कर रही संस्थाएं झूठे आंकड़े क्यों देंगी? और यदि कोई संस्था झूठे आंकड़े दे भी रही है तो मंत्री जी उनके खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं करते?
हम लोगों के प्रति चिंता व्यक्त करते हुए बताना चाहते हैं कि यदि शहर के लगातार ऐसे ही हालात बने रहे तो वह दिन दूर नहीं कि जब शहर का हर तीसरा व्यक्ति सांस, आंख आदि रोगों से जूझ रहा होगा।

LEAVE A REPLY