मोदी की कविता पर आधारित बनाई पेंटिग 

मोदी की कविता पर आधारित बनाई पेंटिग 
surajkund mela
अजय कुमार समीर पेंटिंग दिखाते हुए
टुडे भास्कर डॉट कॉम
फरीदाबाद। दुनिया में हर तरफ नमो-नमों का डंका बज रहा है, चाहे अमेरिका, चीन, जापान, रूस, नेपाल, भूटान, श्रीलंका और यहां तक कि हमारे पडौसी देश पाकिस्तान में भी नमों का नाम कोई न जानता हो, ऐसा हो ही नहीं सकता। हमारे देश में ही नहीं बल्कि दुनियाभर के राजनेताओं के साथ-साथ लोग नमों यानि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से खासे प्रभावित हैं। ऐसी ही बानगी आपको इस बार हरियाणा के जिला फरीदाबाद के सूरजकुण्ड में एक फरवरी से 15 फरवरी तक आयोजित किए जा रहे 29वें सूरजकुण्ड अंतर्राष्टरीय शिल्प मेले में दिखाई देगी।
इस मेले में पहली बार शिरकत कर रहे नेशनल आवार्डी अजय कुमार समीर ने एक नायाब संकल्पना देखने को मिलेगी, जिसमें बहुत कम लोगों को यह मालूम होगा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एक उच्च श्रेणी के कवि भी है, जिनकी कविताओं को आधार बनाकर श्री अजय कुमार समीर ने कविता के शबदों को लेकर पेंटिग की शकल दी है। यह कविता और पेटिंग की ऐसी जुगलबंदी है जिसे देखकर आप हैरान रह जाएंगें। अजय कुमार समीर बताते हैं कि वे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की कविताओं से इस कद्र प्रभावित हैं कि उनकी १३ कविताओं को आधार बनाकर उन्होंने पेटिंग का रूप दिया है और खरीददार के लिए पेटिंग के साथ-साथ कविता को दिया जाता है।
नेशनल आवार्डी अजय कुमार समीर ने बताया कि उन्होंने सुप्रसिद्ध लेखक एवं कवि गुलजार के साथ भी उन्होंने काम किया है जिनकी कविताओं को भी समीर ने पेंटिग का रूप दिया है। इसके अलावा, समीर गुलजार के साथ तीन-चार शो भी कर चुके है। उनका कहना था कि वे पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी के साथ भी कार्य कर चुके हैं उन्होंने बताया कि उनकी इस पेंटिंग से प्रभावित होकर एक बार पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने उन्हें तथा उनके परिवार को भोज भी आंमत्रित किया।
उन्होंने बताया कि उन्हें बताया गया था कि इस मेले का उदघाटन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी करने आ रहे हैं और इसलिए वे बहुत उत्सुक थे कि इस बार वे प्रधानमंत्री जी से अपनी इस कला जरूर रूबरू करवाएंगें। उन्होंने बताया कि उनकी कुछ नायाब पेटिंग प्रधानमंत्री हाऊस यानि ७ आरसीआर और केन्द्रीय पर्यटन विभाग में भी लगाई गई है, जिसे वह अपनी एक उपलबिध मानते है। उनका  कहना है कि अगर मोदी की किताब में लिखे शबदों को आकृति मिलती है तो यह एक मिसाल है। इसी प्रकार, उनके इस कार्य पर गुलजार ने भी टिप्पणी की थी कि यह पेटिंग उनकी कविताओं का एकसटेंशन है।
समीर इस मेले में आकर वह बहुत खुश हैं और वे चाहते हैं कि इस खुशनुमा माहौल में गंभीर कला को भी लें और उसकी तरफ आकृर्षित हों। केन्द्रीय विद्यालय, नारनौल में आर्ट अध्यापक के तौर पर कार्यरत अजय कुमार समीर ने बताया कि उनके इस स्टाल में मोदी जी की लिखी कविताओं की किताबें और पेंटिंग भी रखी गई है। उनके स्टाल नंबर 786 में एक लाख 20 हजार से 2 लाख 50 हजार तक की पेटिंगस को दर्शाया गया है।
अजय ने उम्मीद जताई कि आने वाले दिनों में सूरजकुण्ड मेले में आने वाले लोग उनके इस कार्य और नायाब कार्य को जरूर सराहयेंगें।

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