रोहतक: लड़कियों को मिलने वाले पुरस्कार पर हरियाणा सरकार ने रोक लगाई

रोहतक: लड़कियों को मिलने वाले पुरस्कार पर हरियाणा सरकार ने रोक...
pooja and aarti

टुडे भास्कर डॉट कॉम
रोहतक। हरियाणा के रोहतक में चलती बस में लड़के को पीटने का वीडियो सामने आने के बाद चर्चा में आई दो बहनों (आरती और पूजा) के केस में नया मोड़ आ गया है। हरियाणा सरकार ने 26 जनवरी को लड़कियों को सम्मानित करने का फैसला फिलहाल टाल दिया है। राज्य सरकार के प्रवक्ता ने गुरुवार को कहा कि मामले में सभी पक्षों को सुनने और पूरी जांच के बाद ही कोई आखिरी फैसला लिया जाएगा।

पिता ने जारी किया वीडियो
इस केस से जुड़ा एक नया वीडियो सामने आया है। यह वीडियो थाने के अंदर का है और इसे लड़कियों के पिता ने बनाया है। दावा किया गया है कि लड़कों को गलत ठहराते हुए थाने में उनके परिवार वालों ने ही उनकी पिटाई की और लड़कों ने बहन कहते हुए लड़कियों से माफी मांगी।
इस वीडियो के जरिए यह बताने की कोशिश की गई है कि आरती और पूजा की बहादुरी के कारनामे पर जो शक जता रहे हैं, वे गलत हैं। इस मामले में दो वीडियो पहले ही सामने आ चुके हैं। इन दोनों वीडियो में आरती और पूजा लड़कों की पिटाई करते दिख रही हैं। ये वीडियो सामने आने के बाद कई महिलाएं लड़कियों के खिलाफ सामने आई हैं। इनमें से चार महिलाएं लड़कियों के गांव की ही हैं।
जिस बस में लड़कों की पिटाई का वीडियो सामने आने के बाद आरती और पूजा चर्चा में आईं, उस बस में मौजूद तीन यात्रियों ने बुधवार को लड़कों के समर्थन में वकील को शपथ-पत्र सौंपा। उन्होंने लड़कों को बेकसूर बताते हुए कहा है कि मामला छेड़छाड़ का नहीं है। विवाद सीट को लेकर था। महिलाओं के शपथ-पत्र आने के बाद भी पुलिस उनके बयान दर्ज नहीं कर रही है। इसके बाद संस्था विजन इंडिया की राष्ट्रीय अध्यक्ष विनोद बाला के साथ कई महिलाएं आगे आईं। उन्‍होंने गुरुवार तक बयान दर्ज नहीं होने की स्थिति में धरना देने की चेतावनी दी है।

आरोपी कुलदीप ने बताई आपबीती
रोहतक में दो बहनों से कथित छेड़छाड़ मामले में मुख्य आरोपी कुलदीप बुधवार को पहली बार मीडिया के सामने आया। उसने बताया, “घटना 28 नवंबर की है। एक बुजुर्ग महिला के कहने पर मैं टिकट लाया था। महिला को जो सीट नंबर अलॉट हुआ था, उस पर दोनों लड़कियां बैठी थीं। मैंने उन्हें बताया कि यह सीट नंबर उस बुजुर्ग महिला का  है। इस पर दोनों बहनें लड़ाई करने लगीं। बुजुर्ग महिला ने मुझे आगे चले जाने की सलाह दी। लेकिन लड़कियां गालियां देने लगीं। बस पाकस्मा मोड के पास पहुंचीं तो दोनों ने बेल्ट से पीटना शुरू कर दिया। बस रुकी तो मैं उतर गया। तब दोनों लड़कियां पीछे भागने लगीं और पत्थर भी मारे। मैंने सिर्फ अपना बचाव किया। मीडिया ने मेरा पक्ष जाने बिना मामले को तूल दे दिया। सरकार ने भी मामले की जांच किए बिना इनाम राशि घोषित कर दी। इससे मुझे बड़ा दुख हुआ।”

बर्बाद कर दिया भविष्य
कुलदीप सेना में चयन के लिए हुई शारीरिक परीक्षा पास कर चुका है और आगामी फरवरी में लिखित परीक्षा भी होनी है। इस बीच यह घटना हो गई और सेना ने भी एकतरफा कार्रवाई करते हुए उसकी शारीरिक परीक्षा रद्द कर दी। ऐसे में, कुलदीप को इस बात का दुख है कि कड़ी मेहनत के बाद शारीरिक परीक्षा पास की थी, लेकिन इस घटना ने उसका भविष्य बर्बाद कर दिया।

चश्‍मदीदों ने क्‍या कहा
चश्मदीद 1 – लड़कियों ने ही बीच-बचाव करने से रोका
पाकस्मा निवासी विक्रम ने बताया, “वीडियो में जो व्यक्ति सीट पर चढ़कर बीच-बचाव कर रहा है, वह मैं ही हूं। मैं पाकस्मा से जैसे ही बस में चढ़ा, तभी इनका झगड़ा शुरू हो गया। थोड़ी दूरी पर बस रोक दी गई। बस से उतरने के बाद मैंने दोनों को समझाने की कोशिश की। लड़कियां बोलीं कि अंकल आप बीच में न आओ। इसके बाद मैं ऑटो से सोनीपत चला गया। अब टीवी पर खबर देखकर स्थिति का पता चला।”
मुरथल निवासी महिला बिशनी ने भी लड़कियों की ही गलती बताई।

चश्मदीद 2- वीडियो बनाने के लिए एक लड़की से कहा
सोनीपत की छात्रा सोनिया मित्तल ने कहा, “विवाद सीट को लेकर था। लड़के ने लड़कियों से बुजुर्ग महिला के लिए सीट छोड़ने को कहा। लड़कियां बोलीं- उठाके दिखाओ। लड़का बोला- इन्हें बड़े-बुजुर्ग की शर्म नहीं है। इस पर लड़कियां गालियां देने लगीं। धमका रही थीं कि मेरे फादर डीएसपी हैं। बुजुर्ग महिला ने कुलदीप को रोका, लेकिन लड़कियां मारपीट करने लगीं और एक लड़की से वीडियो बनाने को कहा।

इनाम लेने से किया इनकार
कैबिनेट मंत्री कविता जैन बुधवार को लड़कियों के गांव थाना खुर्द उन्हें सम्मानित करने पहुंचीं। आरती व पूजा ने कहा, “हम पर लगाए जा रहे सभी आरोप बेबुनियाद हैं। कहा जा रहा है कि हमने ये सब अपने पिता का कर्ज उतारने और प्रसिद्धि पाने के लिए किया है। यह सरासर गलत है। इससे हमारे आत्मसम्मान को ठेस पहुंची है। इसलिए हम सरकार द्वारा 26 जनवरी को दी जाने वाली इनामी राशि नहीं लेंगे।” इस पर मंत्री ने मामले की निष्पक्षता से जांच कराने की बात कही। उन्होंने कहा कि बसों में विशेष दस्ता तैनात किया जाएगा, जो महिलाओं के लिए आरक्षित सीटों पर बैठने वालों पर कार्रवाई करेगा।

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