सर छोटूराम का वंशज होने का असर दिखता है ऋषि चौधरी पर

सर छोटूराम का वंशज होने का असर दिखता है ऋषि चौधरी पर
rishi choudhary faridabad,
ऋषि चौधरी

टुडे भास्कर डॉट कॉम

यशवी
फरीदाबाद।
राजनीति और सामाजिक जीवन में हजारों सैकड़ों लोग अपना भाग्य आजमाते हैं लेकिन वह लोगों के भाग्य को संवारने में अपना यौवन निकाल रहे हैं। हम बात कर रहे हैं युवा नेता ऋषि चौधरी की, जिन्हें दीनबंधु सर छोटूराम के परिवार से होने का सौभाग्य प्राप्त है। दीनबंधु का असर चौधरी पर दिखता भी है, यही कारण है कि जब पहली बार निगम चुनाव में भाग्य आजमाया तो थोड़े से वोटों से विजयश्री रह गई, लेकिन अगले चुनाव में सीट सुरक्षित होने से मां श्रीमति ओमवती चौधरी को जीत दिलाई। उनसे न्यूज पोर्टल टुडे भास्कर डॉट कॉम ने विस्तार से बात की। प्रस्तुत हैं उसके प्रमुख अंश-

आप हमारे पाठकों को अपने बारे में कुछ बताएं।

-जी, मेरा नाम ऋषि चौधरी है और मेरा जन्म 13 जनरी 1978 को पलवल के गांव घुघेरा में हुआ और स्थानीय शिक्षा पलवल में लेने के बाद मैंने महाराजा कॉलेज आगरा यूनिवर्सिटी से बी.ए की डिग्री प्राप्त की।

आप राजनीति में क्यों और कब आए।
-इससे पहले कि मैं अपने बारे में और बताऊं मैं चाहता हूं कि मैं अपनी समृद्ध परंपरा और विरासत के बारे में भी जानकारी दूं। मैं दीनबंधु सर छोटूराम के परिवार से ताल्लुक रखता हूं। यही कारण रहा है कि मुझे अपने परिवार से बचपन से ही समाज की सेवा करने की सीख मिली और सन 1996 में मैंने स्वर्गीय भजनलाल जी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी को ज्वाइन किया। लेकिन भजनलाल जी के जाने के बाद वहां काफी कुछ बदल गया और मैं अब स्वयं को भाजपा के साथ जोड़कर चलता हूं। मेरा राजनीति में आने का मकसद मजलूमों को न्याय दिलाना है जिसमें राजनैतिक ताकत ही काम आती है।

क्या आपने कभी चुनाव लड़ा है।

-जीहां, सन 2005 में मैंने वार्ड नंबर छह से निगम चुनाव लड़ा था, लेकिन थोड़े से वोटों से विजयश्री रह गई लेकिन वर्ष 2009 के निगम चुनाव में मेरी मां ओमवती चौधरी ने चुनाव लड़ा और जीता। यह सब उस जनता के कारण है जो जानती है कि कौन उसके लिए काम कर रहा है।

क्या आने वाले नगर-निगम चुनाव में आप चुनाव लड़ेंगे।
-जी बिल्कुल, यदि यह सीट जनरल होती है तो मैं चुनाव अवश्य लडूंगा।

क्या आप कभी आम आदमी पार्टी के भी समर्थक रहे हैं।
-नहीं, मैं आम आदमी पार्टी का समर्थक कभी नहीं रहा, कुछ गैर सामाजिक तत्वों ने मुझे उसके सिम्बल की टोपी पहनाकर मेरा फोटो खींचकर मेरा विचार जाने बिना नेट पर फोटो ड़ाल दी। जिसका खंडन मैं आज टुडे भास्कर के साक्षात्कार मैं करता हूं।

आने वाले चुनावों में जनता के सामने आप क्या एजेंडा लेकर जाएंगे।
मैं जनता के बीच हमेशा बना रहता हूं और हर जरूरत में उनकी सहायता करता हूं। जब मेरी मम्मी ने यह चुनाव लड़ा तब भी हम विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ा और इस बार भी मैं और अधिक विकास कार्यो को कराने का मुद्दा ही लेकर जाउंगा।

आप युवाओं को क्या संदेश देना चाहते हैं।
-मैं युवाओं को यही कहना चाहता हूं कि वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्च्छता अभियान से जुड़ें और समाज को स्वयं भी साफ-सुथरा रखने की शपथ लें।

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