स्टैंडर्ड पंजाबी ढाबे के मालिक राणा आहूजा की मर्डर गुत्थी सुलझी

स्टैंडर्ड पंजाबी ढाबे के मालिक राणा आहूजा की मर्डर गुत्थी सुलझी
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todaybhaskar.com
faridabad। स्टैंडर्ड पंजाबी ढाबे के मालिक फाइनेंसर राणा आहूजा की हत्या की गुत्थी पुलिस ने तीन साल बाद सुलझा ली। 25 लाख रुपये के लिए दोस्त जगदीश की हत्या करने वाले प्रॉपर्टी डीलर अजीत सिंह ने ही राणा आहूजा की भी हत्या की थी। अजीत सिंह के मुताबिक राणा से लिया गया 1.10 करोड़ रुपया ब्याज के साथ 2.33 करोड़ रुपये पहुंच गया तो उसे रास्ते से हटाना मजबूरी हो गई थी।
मालूम हो कि फाइनेंसर राणा आहूजा 18 अगस्त 2014 की सुबह करीब 11 बजे अपने कार्यालय से निकले थे लेकिन वापस नहीं लौटे। चार सितंबर 2014 को पुलिस ने उनका शव यमुना नदी से बरामद किया था। शव में बीस बीस किलोग्राम के दो बांट भी बंधे हुए पाए गए थे। राणा के हत्यारों की खोज में पुलिस ने उसके साथी प्रॉपर्टी डीलर अजीत सिंंह से पूछताछ की थी लेकिन सफलता नहींं मिली थी। अजीत को क्लीनचिट दिए जाने के बाद पुलिस ने इस पर काम करना लगभग बंद कर दिया था।
20 मार्च को वजीरपुर में प्रॉपर्टी डीलर जगदीश की हत्या के मामले में पुलिस ने एक बार फिर अजीत को पकड़ा था। पूछताछ मेें अजीत ने जगदीश की हत्या के साथ ही राणा आहूजा को मौत के घाट उतारने की बात भी कुबूल कर ली।
पुलिस आयुक्त हनीफ कुरैशी के मुताबिक अजीत सिंह पर राणा आहूजा का 2.33 करोड़ रुपये बकाया था। प्रॉपर्टी का धंधा मंदा होने से दबाव में आकर अजीत ने राणा की हत्या करने की साजिश रची। साजिश में उसने सगे भाई प्रॉपर्टी डीलर पंडित वीरेंद्र और पंडित सुरेंद्र को शामिल किया। अजीत ने बल्लभगढ़ मार्केट से बीस बीस किलो वजन के दो बांट और रस्सी खरीदी और उसे अपनी डस्टर कार मेें रख दिया। इसके बाद 18 अगस्त 2014 की सुबह करीब 11 बजे वह वैगनार लेकर वीरेंद्र और सुरेंद्र को लेकर राणा आहूजा के कार्यालय पहुंचा। राणा को कार में बैठा कर तीनों सेक्टर 12 स्थित एसआरएस मॉल पहुंचे। यहां उन्होंनेे वैगनार छोड़ी और डस्टर कार में बैठा कर नहरपार  बीपीटीपी ले गए। यहां सूनसान जगह पर तीनों ने रस्सी से गला घोंट कर राणा की हत्या कर दी। शव को डिक्की में डाल कर तीनों डस्टर लेकर वापस एसआरएस आए। यहां वीरेंद्र और सुरेंद्र ने वैगनार उठाई जबकि अजीत डस्टर लेकर अपने घर चला गया। तीनों ने अंधेरा होने का इंतजार किया। अंधेरा होने के बाद तीनों डस्टर में रखा राणा का शव लेकर मोहना पुल पहुुंचे। यहां पहले शरीर में बीस बीस किलोग्राम के बांट बांधे गए और फिर शव को यमुना में फेक दिया था। पुलिस आयुक्त हनीफ कुरैशी ने बताया कि अजीत के बयान और परिस्थितिजन्य सुबूत इक_ा कर केस को दोबारा खोला गया है। तीन साल बाद हत्याकांड का खुलासा करने के लिए उन्होंने क्राइम ब्रांच बॉर्डर इंस्पेक्टर नवीन कुमार को हीरो ऑफ द वीक घोषित किया।

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