बाल हृदय सर्जरी अब एशियन में उपलब्ध  

बाल हृदय सर्जरी अब एशियन में उपलब्ध  
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-एशियन अस्पताल ने किया पीडियाट्रिक हार्ट सेंटर का उद्घाटन
Todaaybhaskar.com
Faridabad| एशियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज देश में हमेशा से ही उच्च स्वास्थ्य सुविधा देने और  स्वास्थ्य क्षेत्र में नए कीर्तिमान इस्थापित करने के लिए जाना जाता है  और आज स्वास्थ्य क्षेत्र में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए पीडियाट्रिक हार्ट सेंटर का उद्घाटन किया I  यह उद्घाटन माननीय लोकसभा मेम्बर व् स्वास्थय और परिवार कल्याण मंत्री श्री अश्विनी चौबे, चेयरमैन अवं मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. एन के पांडेय, उनकी धर्मपत्नी श्रीमती पदमा पांडेय हृदय विभाग के चेयरमैन डॉ. ऋषि गुप्ता, एडमिन डायरेक्टर अनुपम पांडेय, मेडिकल डायरेक्टर प्रशांत पांडेय इंटरनेशनल पेशेंट डायरेक्टर नेहा पांडेय, पेशेंट केयर डायरेक्टर डॉ स्मृति पांडेय व् डायरेक्टर डॉ. पी एस आहुजा द्वारा किया गया I
एशियन पीडियाट्रिक हार्ट सेंटर फरीदाबाद का पहला ऐसा हार्ट सेंटर है जिसमे नवजात शिशुओं व् बच्चों मैं होने वाले हृदय घात से सम्बंधित सभी बीमारियों का इलाज किया जाएगा I इस विभाग को तीन डॉक्टरों की निगरानी मैं संचालित किया जाएगा जिसमे पीडियाट्रिक हार्ट सर्जन डॉ. हिमांशु प्रताप, पीडियाट्रिक कार्डियोलॉजिस्ट डॉ सुशील कुमार व् पीडियाट्रिक क्रिटिकल केयर स्पेशलिस्ट डॉ. नीतू वशिष्ट होंगी I
इस मौके पर अस्पताल के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. एन के पांडेय ने बताया कि  देश के केवल चुंनिदा अस्पतालों मैं बच्चों के हार्ट की सर्जरी की सुविधा उपलब्ध है, एशियन पीडियाट्रिक हार्ट सेंटर से फरीदाबाद, बल्लबगढ़, होडल, कोसी, आगरा, अलीगढ तक के लोगो को फायदा मिलेगा I  पहले उन्हें अपने बच्चों के दिल की बीमारी के इलाज के लिए दिल्ली व् अन्य बड़े शहरों का रुख करना पड़ता था, लकिन अब उन्हें वह जाने की जरुरत नहीं पड़ेगी, हमारी पीडियाट्रिक कार्डियक टीम को 500  से भी ज्यादा बच्चों की हार्ट सर्जरी करने का अनुभव है I
एशियन पीडियाट्रिक हार्ट सेंटर के  सर्जन डॉ. हिमांशु प्रताप ने बताया कि हमारी टीम बच्चों में जन्मजात विकार जैसे कि दिल में छेद, दिल कि धमनियों कि उल्टी  बनावट ( बच्चे का नीला पड़ना), ( ब्लू बेबी ), बच्चों की वाल्वस कि दिक्कते आदि का इलाज करने में सक्षम हैं I पीडियाट्रिक कार्डियोलॉजिस्ट डॉ सुशील कुमार व् क्रिटिकल केयर स्पेशलिस्ट डॉ. नीतू वशिष्ट ने बताया दिल की सफल शल्य चिकित्सा के लिए बीमारी का सही समय पर पता कर पाना सबसे जरुरी है, दिल की बीमारी के बच्चे अक्सर कमजोर होते है और उन्हें बार- बार सांस सम्बन्धी बीमारियां होती है  जिसके कारण वह नीले पड़ने लगते है ऐसी स्थिति मैं बच्चों को तुरंत हृदय रोग चिकित्सक के पास ले जाना चाहिए I
एशियन हृदय विभाग के चेयरमैन डॉ. ऋषि गुप्ता ने बताया कि एशियन हमेशा से ही उच्च स्वास्थ्य सुविधा देने में सक्षम रहा है और चिकित्सा क्षेत्र में यह कदम बहुत से माता – पिता के चेहरे पर मुस्कान लाएगा जिन्हे अपने बच्चों के इलाज के लिए दिल्ली के अस्पतालों में लम्बे समय तक इंतज़ार करना पड़ता था I अब एशियन देश के चनिन्दा अस्पतालों में शामिल है जहां एक ही छत के नीचे हृदय सम्बन्धी सभी सुविधाएं मौजूद हैं I
मौके पर ख़ुशी जताते हुए स्वास्थ्य राज्य मंत्री श्री अश्विनी चौबे ने एशियन की बच्चों की हार्ट सर्जरी टीम को बधाई दी और बच्चों के हृदय रोग की सर्जरी शुरू करने के लिए धन्यवाद दिया I

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