मोदी जी को खरी खरी !  

मोदी जी को खरी खरी !  
pm narender modi,

Todaybhaskar.com
आदरणीय भाई नरेंद्र मोदी जी!
सादर नमन्
मैं (डॉ. आलोक सक्सेना सेवानिवृति प्रवाचिकाएवं अध्यक्षा दर्शनशास्त्र विभाग, राजकीय महाविद्यालय, फरीदाबाद-हरियाणा लोक सेवा आयोग) अपनी मानवीय संवेदनाऐं और वर्तमान राजनैतिक गतिविधियाँ से आपको अवगत कराना चाहती हूँ तथा मार्गदर्शन की अपेक्षा से यह पत्र प्रेषित करती हूँ।
लम्बे समय से इच्छा थी कि सरकारी सेवानिवृति के बाद मैं अपने दिवगंत पिताजी (स्व. ओमप्रकाश सक्सेना, अलीगंज-ऐटा निवासी) की संघ परम्परा को राष्ट्रहित में समर्पित करूगीं। उनके मुख से गुरु गोलवरकर जी और रज्जू भईया जी की बहुत बातें सुना करती थी। कुछ समय तक शासकीय सेवा में रहते हुए हरियाणा की अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के साथ भी काम किया; जबकि मैं राजकीय महाविद्यालय में दर्शनशास्त्र की आचार्या थी दूसरी तरफ संस्कार भारती में भी अपना मानसिक और आर्थिक सहयोग दिया। सेवानिवृति के बाद डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी और श्रद्धेय दीनदयाल उपाध्यायजी के जीवन साहित्य को पढक़र उसका मनन किया और उत्साहित होकर माननीय श्री रामविलास शर्मा जी (शिक्षा और पर्यटन मंत्री) एवं माननीय श्री कृष्णपाल गुर्जर जी (केन्द्रीय राज्यमंत्री सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय) के सान्निध्य में भाजपा की सदस्यता को २०१३ में ग्रहण किया। उस समय वर्तमान के माननीय प्रधान मंत्री जी (आप) अपनी लोकप्रियता के कारण मेरे मानस पटल पर छापछोड़ चुके थे। वर्तमान में मुझे प्रदेश कार्यकारिणी का भाजपा सदस्य माननीय श्री रामविलास शर्मा जी (शिक्षा और पर्यटन मंत्री) बना दिया है। मैंने स्वेच्छा से हरियाणा में एकमात्र महिला विस्तारक के रूप में ४ जिलों (फरीदाबाद, पलवल, गुरुग्राम व नूहँ) के महिला मोर्चों का विस्तार करके चारों जिलों में महिला मार्चों का गंठन करवाया। परन्तु विस्तारक को जो कार्य करना चाहिए था और जिला संगठन और जनप्रतिनिधियों को उनसे जो कार्य करवाना चाहिए था वह नहीं करवाया गया। अब वर्तमान स्थिति यह है कि यह विस्तारक योजना को पूर्णविराम दे दिया गया है।
मैं महिलाओं एवं शिक्षा के लिए कार्य करने के लिए हमेशा उत्सुक रही (मैं एक सामाजिक कार्यकत्र्ता हूँ १९९३ से हरियाणा महिला कल्याण समिति की संस्थापक रही और वर्तमान में अध्यक्षा हूँ और शिक्षा संस्कृति न्यास उत्थान की हरियाणा प्रांत की संयोजिका हूँ जिसके संस्थापक माननीय दीनानाथ बत्राजी है)।
मैं आपके समक्ष अपने कुछ संस्मरण रखना चाहती हूँ जो कि ज्यादात्तर उत्साह देने वाले रहे परन्तु कभी-कभी कटु अनुभवों ने साहस को कमजोर किया। मैंने अनुभव किया कि जाति आँकडे इसके लिए जिम्मेदार हैं, सर्वप्रथम मैं एक महिला हूँ और कायस्थ जाति श्रृंखला से जुड़ी हुई हूँ जो कि संख्या में निम्न हैं। यह भी अनुभव किया कि साथी कार्यकर्ता, पदाधिकारी इस सबके लिए कहीं ना कहीं जिम्मेदार हैं।
वर्तमान परिस्थितियाँ गृहयुद्ध जैसी बनती जा रही है। हर सामाजिक समस्या राजनैतिक समस्या बनती जा रही है। चुनाव तो जातिगत व पैसे के आधार पर ही होते हैं तथा गुंड़ाराज बढ़ता जा रहा है भ्रष्टाचार भी कम नहीं है। व्यापारी वर्ग ईमानदार नहीं है युवा वर्ग का शोषण हो रहा है और आज कल हमारी नाबालिक बेटीयों का बलात्कार निरन्तर हो रहा है जम्मू में मंदिर में ले जाकर बेटी के साथ बलात्कार करना निंदनीय ही नहीं वरन् मंदिर को समशान घाट बना देना है। अरे मरने के बाद तो गिद्ध ही लाश का भक्षण करता है परन्तु जम्मू में तो मंदिर जैसे पवित्र स्थान को भी समशान घाट बना दिया।
मेरा यह संकल्प है कि यदि फास्टटै्रक न्यायालय तीन महीने तक संसद में बिल पारित करके नहीं बनाए गए और नाबालिक बालिकाओं के बलात्कार पर कठोर दंड यानि फाँसी नहीं दी गई तो मैं पार्टी की कार्यकत्र्ता होने के बावजूद भी अन्नशन पर बैठ जाऊंगी। साथ ही मेरा निवेदन यह है कि यदि कम उम्र के बच्चे यौन क्रीड़ा करते पकड़े जाऐं तो उन्हें दण्डित न किया जाये वरन उनको समझाया जाये। वर्तमान की माँग है कि अब सेक्स ऐजूकेशन स्कूलों में कक्षा ५ से लागू की जाऐं। यद्पि पहले हमने इसका विरोध किया था परन्तु समय परिवर्तनशील है और मनुष्य बौद्धिक जानवर है। मैं अपने अनशन में किसी भी राजनैतिक दलालों को अपने साथ नही जुडऩे दूगीं। आज की राजनीति दल बदलू की राजनीति है यदि डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी कश्मीर में जाने के लिए प्रमिट बनने से रोक सकते हैं तो मेरी कुर्बानी लाखों बेटियों को बलात्कार का शिकार बनने से रोक सकती है। माननीय प्रधानमंत्री जी इसे मेरी चेतावनी समझा जाऐ या मेरे निवेदन। संसद में जब नोटबंदी, जीएसटी और आरक्षण जैसे बिल पास हो जाते हैं तो राजनैतिक दल टिकट वितरण के समय अपराधी का अपराध न देखकर उसकी जाति और पैसा देकर टिकट क्यों दे देते हैं। मेरा निवेदन है कि इस कागज को कूडे में न डाला जाऐं बल्कि यह आप तक पहुँचे ताकि आप एक माँ के दर्द को समझ सके और मेरे साथ पुलिस के द्वारा कोई भी अभद्र व्यवहार न करवाया जाऐं।
निवेदिका
आपकी छोटी बहिन
प्रो. आलोक दीप
हरियाणा प्रांत कार्यकारिणी सदस्य भाजपा (हरियाणा)
२१४५, सेक्टर-९, फरीदाबाद १२१००६
फोन-९८९१४२६००३

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