कुछ नेताओं की राजनीति देश व समाज हित में नहीं: करतार सिंह भड़ाना

कुछ नेताओं की राजनीति देश व समाज हित में नहीं: करतार सिंह...
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न लोकपाल आया, न ही भ्रष्टाचार गया: करतार
एसवाईएल पर बोले, हरियाणा को नहीं मिल रहा अपने हिस्से का पानी
ताजा राजनीति पर करतार ने लगाया प्रश्न चिन्ह
TodayBhaskar.com
फरीदाबाद। रविवार को सूरजकुंड रोड स्थित अनंगपुर कार्यालय पर पूर्व मंत्री करतार सिंह भड़ाना ने प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि आज के समय में नेता, ऐसी राजनीति करने लगे हैं। जो देश और समाज के हित में नहीं है।
उन्होंने कहा कि अन्ना आंदोलन से पूरा देश जुड़ा था, लोगों को उम्मीद थी की लोकपाल आएगा और देश के लोगों का भला होगा और उन्हें न्याय मिलेगा।
परन्तु अन्ना आंदोलन का लाभ उठाते हुए कुछ लोगों ने दिल्ली में सरकार बना ली। लेकिन आज तक न लोकपाल आया और न ही भ्रष्टाचार गया। दो राज्यों में सरकार बना ली और अब हरियाणा में सरकार बनाने के ख्वाब देख रहे हैं। जबकि एसवाईएल के मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी हरियाणा के हिस्से का पानी नहीं दे रहे हैं। केवल हरियाणा की जनता को बरगलाने का काम कर रहे हैं। जब हरियाणा के हिस्से का पानी देने की बात आती है, तो प्रधानमंत्री के साथ चाय पीने की बात करते हैं।
लोगों को ध्यान रखना चाहिए की अन्ना आंदोलन के दौरान किया गया एक भी वादा पूरा नहीं किया गया है। विकास के नाम पर दिल्ली के मुख्यमंत्री कुछ नहीं कर सके। लोगों की मूलभूत सुविधाओं को लेकर दो राज्यों में सरकार बना ली और जब काम की बात आती है, तो एलजी से विवाद का हवाला दे देते हैं। अब यही रवैया पंजाब के राज्यपाल के साथ कर के हमेशा के लिए विवाद बनाए रखना चाहते हैं।
जैसे दिल्ली के ऑटो चालकों का केजरीवाल ने भरपूर लाभ उठाया। वैसे ही अब गुजरात में कलाकारी कर रहे हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल के आदेश पर पंजाब सरकार ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की फोटो हटाकर डाॅ. अम्बेडकर की लगा दी। अब क्या गुजरात में भी ऐसा ही करेंगे।
करतार सिंह भड़ाना ने कहा कि टीवी पर मीडिया की डिबेट देख उनका वजन घट गया है। चूंकि जो मीडिया अपने आप को नंबर वन बोलता है और जो सर्वे दिखाता है, उसे देख कर बहुत दुख होता है। सर्वे दिखाया जाता है की हिन्दुस्तान के दावेदार कौन ? मोदी जैसे प्रधानमंत्री जिन्हें विदेश में भी मान-सम्मान मिलता है। उनके मुकाबले केजरीवाल को दिखाया जाता है। क्या यह सही है ? सर्वे कराने वाले संस्थानों से आग्रह है की वह अपने सर्वे में आम लोगों को शामिल करें। यदि वास्तव में ऐसा सर्वे होगा, तो मोदी के सामने केजरीवाल 2 फीसदी भी नहीं टिक पाएंगे।
दिल्ली में ग्रीन टैक्स के नाम पर ट्रकों से 3200 रूपये लिए जाते हैं। जबकि हरियाली क्षेत्र के नाम पर केजरीवाल कुछ नहीं कर सके। दिल्ली के आस-पास जो क्रेशर कानूनी तौर पर लगी हैं। उसे प्रदूषण के नाम पर कभी-भी बंद कर देते हैं। जबकि दिल्ली में राजस्थान से रोडी और डस्ट सरिता विहार व कालकाजी में उतारा जाता है। जिससे कोई टैक्स नहीं लिया जा रहा है।
फरीदाबाद में ‘आप’ के लोग कहते हैं टैक्स की चोरी, प्रदूषण, ओवरलीडिंग। जबकि फरीदाबाद में रोडी, डस्ट सहित सभी काम कानूनी तौर पर सही से किए जाते हैं। फरीदाबाद के डीसी और पुलिस कमिश्नर सभी कामों को सख्ती से लागू करवाते हैं। वहीं, दिल्ली में कानूनों को ताक पर रख कर सभी काम हो रहे हैं।
पूर्व मंत्री करतार सिंह भड़ाना ने कहा कि चड्ढा से जिस तरह एंकर बात करते हैं, उसे देख कर लगता है की उनसे बात नहीं, बल्कि उनका प्रचार किया जा रहा है। गुजरात की राजनीति पर करतार ने कहा कि गुजरात में आम आदमी पार्टी, भाजपा को कभी नहीं हरा सकती।

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