सावधान: पराग के दूध में मिलावट का खुलासा

सावधान: पराग के दूध में मिलावट का खुलासा
prag milk

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टुडे भास्कर डॉट कॉम
मेरठ। सावधान, अगर आप पराग दूध पी रहे हैं तो संभल जाएं। क्योंकि इसमें मिलावट हो रही है। दुग्ध संघ गगोल की चेयरमैन ने इसका खुलासा किया है। दूध में मिलावट कराने में अधिकारियों की भी मिलीभगत का आरोप खुद चेयरमैन ने लगाया है।
चेयरमैन ने इस प्रकरण को मुख्यमंत्री के दरबार में भेज दिया है। पराग दुग्ध संघ गगोल से प्रतिदिन सैकड़ों लीटर दूध, घी, पनीर और खीर की सप्लाई होती है। सहकारिता विभाग के तहत संचालित इस संस्था द्वारा मिलावट की सूचना चौंकाने वाली है।
अहम बात यह है कि यह आरोप किसी बाहरी व्यक्ति का नहीं बल्कि खुद संस्था की चेयरमैन का है। चेयरमैन इंद्रेश कुमारी द्वारा मुख्यमंत्री को भेजी गई इस शिकायत से पराग दुग्ध संघ के अधिकारियों में भी खलबली है।
इंद्रेश कुमारी ने बताया है कि पराग के कुछ अधिकारी सोसायटी संचालकों से मिलकर मिलावट करा रहे हैं। कई बार लैब कर्मचारियों ने इसकी रिपोर्ट दी। नियमानुसार लैब में दूध की जांच रिपोर्ट गलत आने पर पूरे टैंकर का दूध नष्ट किया जाता है।
चेयरमैन का कहना है कि कुछ अधिकारी और कर्मचारियों की सूचना पर कई बार दूध के सैंपल चेक भी कराए, जो फेल हुए हैं। इसी तरह का एक सैंपल 24 दिसंबर को लिया गया, जो कालंद और कालंदी समिति के रूट नं. 31 व 32 की दो गाड़ियों में आया था। इन दोनों गाड़ियों में करीब 70 कुंतल दूध था।
लैब प्रभारी ममता पाल ने इसकी जांच की थी। जांच में दूध मिलावटी पाए जाने पर उसे लौटा दिया गया। इसके बावजूद एक अधिकारी ने शाम को वही मिलावटी दूध प्लांट में तुलवा दिया। इसकी शिकायत महाप्रबंधक से भी कर चुके हैं। लेकिन वह कार्रवाई को तैयार नहीं हैं।चेयरमैन की मानें तो महाप्रबंधक भी इस पूरे प्रकरण में शामिल हैं। चेयरमैन का यह भी आरोप है कि समितियों के अलावा नियम विरुद्ध प्राइवेट डेयरियों से भी दूध लिया जा रहा है।

यहां होता है दूध सप्लाई
पराग दुग्ध संघ गगोल से मेरठ सहित हापुड़, गाजियाबाद, नोएडा, बुलंदशहर, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, बागपत आदि जनपदों में दूध व अन्य प्रोडक्ट सप्लाई होते हैं।
सीबी सिंह, महाप्रबंधक, पराग दुग्ध संघ गगोल का कहना है कि हमारे दूध में कोई मिलावट नहीं है। सभी जनपदों में जिला प्रशासन समय-समय पर हमारे दूध और प्रोडेक्ट की जांच कराते हैं। कहीं से भी गलत रिपोर्ट नहीं आई है। चेयरमैन ऐसा क्यों आरोप लगा रहे हैं। इसके बारे में हम कुछ नहीं कह सकते हैं।

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