क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के विरोध में निजी स्वास्थ्य सेवाएं रही ठप

क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के विरोध में निजी स्वास्थ्य सेवाएं रही ठप
indian medical association

-आईएमए के आह्वान पर इंडियन डेंटल एसोसिएशन, आयुष चिकित्सक और लैब टेक्नीशन एसोसिएशन भी रही हड़ताल पर
todaybhaskar.com
faridabad। क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के कुछ प्रावधान का विरोध कर रहे इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के चिकित्सकों ने शुक्रवार को जिले में निजी स्वास्थ्य सेवाएं ठप कर दीं। निजी अस्पताल और नर्सिग होम में ओपीडी और मरीजों को भर्ती करने की सुविधाएं बंद रहीं, इससे लोगांे को असुविधा का सामना करना पड़ा। कुछ बड़े अस्पतालों में इमरजेंसी खुली होने से गंभीर मरीजों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध रही। हड़ताल को समर्थन देते हुए इंडियन डेंटल एसोसिएशन (आईडीए), आयुष चिकित्सक और लैब टेक्नीशन एसोसिएशन भी शामिल हुए।
आईएमए जिला प्रधान डॉ. सुरेश अरोड़ा के नेतृत्व में शुक्रवार सुबह करीब चार सौ चिकित्सक बीके चौक के पास इकट्ठा हुए। हरियाणा सरकार क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट लागू करने जा रही है। एक्ट के कई प्रावधान छोटे और मझोले नर्सिग होम, अस्पतालों के खिलाफ हैं। यदि यह एक्ट मूल रूप में लागू किया गया तो बहुत सारे नर्सिग होम बंद हो जाएंगे। एक्ट लागू होने से इंस्पेक्टर राज लौटेगा और इलाज महंगा होगा जिसका खामियाजा आम आदमी को भुगतना पड़ेगा। सभी ने एकजुट होकर एक्ट में संशोधन करने की मांग की। एक्ट लागू करने के विरोध में बीके चौक से नीलम चौक तक जुलूस निकाला गया। जुलूस में चिकित्सकों ने एक्ट में संशोधन करने या वापस लेने के नारे लगाए।
इसके बाद डॉ. सुरेश अरोड़ा की अध्यक्षता में एक प्रतिनिधिमंडल नगराधीश बलीना से मिला। उन्हें चिकित्सकों की समस्याओं से अवगत कराते हुए एक्ट में संशोधन की मांग का मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा गया।
इस मौके पर प्रमुख रूप से डॉ. पवन सिंह, डॉ. अनिल गोयल, डॉ. पीसी सेठ, डॉ. आरएन रस्तोगी, डॉ. पुनीता हसीजा, डॉ. संजय टुटेजा, अक्षत नैयर, डॉ. नरेश जिंदल, डॉ. राकेश कपूर, डॉ. मनिंदर आहूजा,  डॉ. बीके शर्मा, डॉ. आशीष गुप्ता (आईडीए), डॉ. ज्ञानेंद्र सहपाठी (आयुष), डॉ. नरेंद्र घई, डॉ. अनूप कुंडू, डॉ. भारती गुप्ता सहित सभी प्रमुख निजी अस्पताल और नर्सिग होम के चिकित्सक मौजूद थे।

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